लंदन के प्रतिष्ठित लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट के फिनिश को क्रिकेट प्रेमी लंबे समय तक याद रखेंगे। यह मुकाबला 22 रन से इंग्लिश टीम की जीत के साथ समाप्त हुआ, लेकिन मैच में भारतीय खिलाड़ियों की दिल जीत लेने वाली जुझारूपूर्ण लढाई ने सभी का दिल जीत लिया
🔥 दबाव और रोमांच का मंजर
टेस्ट का निर्णायक दिन शुरू होते ही भारत 193 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहा था। पहले दिन का स्कोर 58/4 के साथ भारतीय बैटिंग लाइन अप की मुश्किल भरी स्थिति सामने आ गई । हालांकि, फिर मैदान पर उतरते ही इंग्लैंड की भयंकर गेंदबाजी ने भारत को 112/8 तक सीमित कर दिया
🦁 जडेजा की वीरगाथा
हालांकि, रवींद्र जडेजा ने अंत तक संघर्ष किया और अनबीटेन 61 रन बनाकर भारतीय उम्मीदों को जीवित रखा उनकी यह उपलब्धि लॉर्ड्स पर सौभाग्य का संकेत भी है – उनके प्रदर्शन ने भारतीय क्रिकेट के महान कप्तान सौरव गांगुली को याद दिलाया ।
⚡ बेन स्टोक्स के जज़्बे ने दिखाया रौब
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने गेंद और बैट दोनों से बेहतरीन योगदान दिया। उन्होंने 3 विकेट लिए और महत्वपूर्ण रन भी बनाए, साथ ही ऋषभ पंत का रन‑आउट भी करवाया । यह प्रदर्शन 2019 विश्व कप फाइनल की याद दिलाने वाला था।
जॉफ़्रा आर्चर का भी जोरदार प्रदर्शन था – उन्होंने अंतिम दिन पंत और सुंandar जैसे बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेजा
🧨 झकझोर देने वाला फिनिश
आखिरी विकेट तब गिरा जब मोहम्मद सिराज बल्लेबाजी कर रहे थे और शॉएब बशीर की गेंद से चूक गए । यह कोर्ट की उस नाटकीय गिनती में था जो टेस्ट क्रिकेट का रोमांच जगाती है।
⭐ किसे चुना मैच का हीरो?
दूसरे दिन शख़्सियत स्थापित करने वाले बुमराह की अलावा जडेजा के संघर्ष और स्टोक्स की कप्तानी ने मैच को रोमांचक बना दिया। भारतीय दिग्गज ने भी जडेजा की बहादुरी की भूरि‑भूरि तारीफ की ।